बाबा साहेब महान | ऑनलाइन बुलेटिन
©देवप्रसाद पात्रे
परिचय– मुंगेली, छत्तीसगढ़
अधिकार हमारे जीवन की, दिया भारत को संविधान।
मेरे भारत रतन महान, तेरी कदमों में मेरी जान।।
तूने ज्ञान को ढाल बना कर, दिलाया मान-सम्मान।
मेरे बाबा साहेब महान, तेरी कदमों में मेरी जान।।
जय भीम जय जय भीम…
कितने दुख झेले दर्द सहा, चार बच्चों की कुर्बानी।
तोड़ दी जंजीर गुलामी की, हमें दे दी नई जिंदगानी।।
तेरी रहमों करम पर पलता भारत, तू ही मेरा अभिमान
मेरे भारत रतन महान, तेरी कदमों में मेरी जान।।
हम भटक रहे थे अंधकार में, तूने ज्ञान की दीप जलाई।
दिए समता का अधिकार हमें, घर-घर मे शिक्षा आई।
तेरी बाइस प्रतिज्ञा को मैं मानूँ और जी लूं सीना तान।
मेरे भारत रतन महान, तेरी कदमों में मेरी जान।।
भेदभाव छुआछूत अत्याचार जुल्मियों ने जुल्म हैं ढाए।
तेरे बढ़ते कदम कभी रुके नही हर दर्द ने जीत दिलाए।।
तू बनके आया सूर्य जीवन में हर सीने में स्वाभिमान।।
मेरे भारत रतन महान, तेरी कदमों में मेरी जान।।
आदर्श बन गए जीवन की, तेरी संघर्ष कहानी।
आज यहां हम जो भी हैं, तेरी कृपा मेहरबानी।।
तू बनके मसीहा आया धरा में सत-सत तुम्हें प्रणाम
मेरे भारत रतन महान, तेरी कदमों में मेरी जान।।