अभिनंदन बारंबार तुम्हें | ऑनलाइन बुलेटिन
©राजेश श्रीवास्तव राज
परिचय– गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश.
कौशिल्या सुत हे, दशरथ नंदन।
नमन, अभिनंदन बारंबार तुम्हें ॥
हरिजन के नायक,मर्यादा पालक।
हम शीश झुकाएं शत बार तुम्हें ॥
त्रेता के नायक हे, सियापति तुम ।
हे अवध नरेश तुम जगत विशेष ॥
हे राम तुम्हारी सर्वदा ही जय हो ।
वैदेही संग सदा तुम दिखने वाले ॥
हनुमत लाल के हृदय में विराजो ।
दुखभंजन हारी, भवपार ऊतारी ॥
हे रघुकुल नंदन, शिवधनु के भंजन।
तुम शिवशंभु पूजित राजीव लोचन॥
हे रामायण नायक तुम प्रेरणादायक।
तुम कण कण वासी प्रभु अंतर्यामी ॥
विष्णु के अवतारी हे असुर संहारी।
जयकार हो प्रभुराम बारंबार तुम्हें॥