.

हर पल तुम्हें | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन

©रामभरोस टोण्डे

परिचय- बिलासपुर, छत्तीसगढ़.


 

 

तुम ना हुए,

मेरे तो क्या।

हर पल तुम्हें,

अपने दिल में बसा रखा हैं।

 

आज कल तुम्हारे बिना मुझे,

कुछ भी अच्छा नहीं लगता हैं।

हर पल तुम्हें,

अपने दिल में बसा रखा हैं।

 

जहाँ भी जाऊँ,

तुम्हारा ही चेहरा नज़र आता हैं।

हर पल तुम्हें,

अपने दिल में बसा रखा हैं।

 

बन कर तितली,

उड़ कर आ जाओ मेरे पास।

हर पल तुम्हें,

अपने दिल में बसा रखा हैं।

 

नींद में सपने हो तुम,

दिल की धड़कन हो तुम

हर पल तुम्हें,

अपने दिल में बसा रखा हैं।

 

ये भी पढ़ें:

जाति व्यवस्था से ज्यादा हीन या श्रेष्ठ मानना एक समस्या है | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन


Back to top button