.

भूख बनी है इम्तिहान…

©गायकवाड विलास

परिचय- मिलिंद महाविद्यालय लातूर, महाराष्ट्र


 

जलाकर अरमानों की होली ये जिंदगी हम जीते है,

इम्तिहान बनी इस जिंदगी में, सिर्फ रोटी का ख्वाब हम देखते है।

 

मशीनों के दौर में,सभी हाथों को यहां रोजगार कहां मिलता है,

ऐसे हालातों में यहां पर हमारा चुल्हा भी हर दिन कहां जलता है।

 

गरीबों के मोहल्ले में ही हर पल मुसीबतों का मेला लगा रहता है,

सुखों के पल तो वहां पर कभी-कभी मेहमान बनके आते है।

 

गमों के वरदानों से ही तकदीर ने हमें मालामाल किया है,

और क्या मांगें हम उस तकदीर से,जो हमपे इतनी मेहरबां हुई है।

 

बढ़ती मंहगाई की आग में,पल-पल हम यहां जल रहे है,

कौन देखें ये हाल हमारा,महलों में कहां वो आग लगी है।

 

रिश्तेदार कौन-कौन हमारे,यही सवाल कुछ लोग हम से पुछते है,

मुसीबतों से हमारा नाता,गमों का सागर ही हमारे आंगन में है।

 

उजड़ा हुआ मंजर देखने के लिए वो कभी-कभी आते है,

वोटों के सौदागर है जो,कभी-कभी फरिश्तों का नकाब वो लगाते है।

 

जलाकर अरमानों की होली,ये जिंदगी हम जीते है,

भूख बनी है इम्तिहान,उसी का हल ढूंढते ढूंढते ये सांसें भी टूट जाती है।

 

Gaikwad-Vilas-Latur-Maharashtra
गायकवाड विलास

🔥 सोशल मीडिया

 

फेसबुक पेज में जुड़ने के लिए क्लिक करें

https://www.facebook.com/onlinebulletindotin

 

व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें

https://chat.whatsapp.com/Cj1zs5ocireHsUffFGTSld

 

ONLINE bulletin dot in में प्रतिदिन सरकारी नौकरी, सरकारी योजनाएं, परीक्षा पाठ्यक्रम, समय सारिणी, परीक्षा परिणाम, सम-सामयिक विषयों और कई अन्य के लिए onlinebulletin.in का अनुसरण करते रहें.

 

🔥 अगर आपका कोई भाई, दोस्त या रिलेटिव ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन में प्रकाशित किए जाने वाले सरकारी भर्तियों के लिए एलिजिबल है तो उन तक onlinebulletin.in को जरूर पहुंचाएं।

 

ये खबर भी पढ़ें:

ऑनलाइन बुलेटिन : 2000 के नोट बदलने की मियाद इतने दिन बढ़ी , इस तरीख तक बैंकों में बदल सकेंगे नोट | RBI New Circular

 


Back to top button