हिन्दी दिवस | ऑनलाइन बुलेटिन
©अरुणा अग्रवाल
परिचय- लोरमी, मुंगेली, छत्तीसगढ़.
हिन्दी है हमारी मातृभाषा,प्यारा,
ओर सब भाषाओं से है दूलारा,
सहज, सरल, है बोलचाल, लेखन,
जनता का पसंदीदा भाषा, सुमन।।।
निज भाषा होता सकल उन्नति के मूल
जिसके बुते होता परिवर्तन, आमूलचुल
कवि, लेखक, काहानीकार, गीतकार,
भारत में हिन्दी का बोलबाला, मुरार।।।
हिन्दी भाषा भारतका भाल, बिन्दी,
सुशोभित, सुमंड़ित, सुसज्जित,आदि,
रामायण, महाभारत, गीता, उपनिषद,
प्रायतः धर्मग्रन्थ हिन्दी में लिखित।।।
चाहे भारत का मध्यप्रदेश, हरियाणा,
हिन्दी में होता पठन-पाठन, बोली-धन
अंग्रेजी भाषा है देन पाश्चात्य, सभ्यता,
हिन्दी, संन्सृत है भारत का पहचान।।।
जबतक रहेंगे चांद, सितारा, नीलाम्बर,
हिन्दी रहेगा अजर, अमर, सम उपहार,
नहीं कोई दुजा भाषा में इतना माधुर्य,
“हिन्दी दिवस” पे जय हिन्द, जय हिन्दी।।।