अगर मजदूर ना होते…….

©पुष्पराज देवहरे भारतवासी
परिचय- रायपुर, छत्तीसगढ़.
अगर मजदूर ना होते
देश में विकास भरपूर ना होते |
जब दुनियां में मजदूर ना होते ||
न बनता ऊँची – ऊँची ईमारतें |
शहरों को यहां कौन संवारते ||
खेतों में पसीना कौन बहाते |
खून से मिट्टी को कौन भीगाते ||
कोयले को हीरा कौन बनाते |
हर घर में बिजली कैसे पहुँचाते ||
दुनियां में टेक्नोलॉजी कहां आते |
कारखानों में शरीर कौन तपाते ||
खदानों में पसीना कौन बहाते |
पत्थरों को यहाँ कौन पिघलाते ||
न होता विकास सब मौन हो जाते
अगर कार्य करने का दस्तूर न होते ||
बंजर नज़र आता चारों तरफ यहां |
अगर दुनियां में मजदूर ना होते ||