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मान्यवर साहेब कांशीराम जी के 15 वें परिनिर्वाण दिवस पर भव्य ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन | Onlinebulletin

अलीगढ़ | मान्यवर कांशीराम साहेब जी के 15 वें परिनिर्वान दिवस के उपलक्ष्य में सम्यक संस्कृति साहित्य संघ, अलीगढ़ उत्तर प्रदेश द्वारा 9 अक्टूबर 2021 को एक विशाल ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन कराया गया।

कवि सम्मेलन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार आ. डा सुरेश उजाला जी (लखनऊ) रहे व अध्यक्षता आ. मोहनलाल सोनल”मनहंस” जी (पाली, राजस्थान) ने की। कार्यक्रम का सफल संचालन आ. आर एस आघात जी ने किया। कार्यक्रम का प्रारंभ संतों, गुरुओं, महापुरुषों को नमन करने के साथ हुआ।

 

कार्यक्रम में कई प्रदेशों के कवियों ने भाग लिया। सभी कवियों ने मान्यवर कांशीराम साहेब के समाज के प्रति त्याग व उनके द्वारा किए गए बलिदान पर आधारित रचनाओं के माध्यम से बताया। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ सुरेश उजाला जी ने जीवन का गणित व बौधि पथ नामक रचना सुनाकर श्रोताओ को तालियां बटोरी। बेखौफ शायर नरेश सागर जी द्वारा कांशीराम साहेब को समर्पित “कांशी तेरी याद आई आंख भर आई” सुनाई।

प्रीति बौद्ध जी ने “कांशीराम तेरी याद आ रही है” कविता के माध्यम से मान्यवर साहेब कांशीराम जी को याद किया। हरीश पांडल (छत्तीसगढ़) ने “कांशीराम तेरी नेक कमाई” सुनाई। रूप सिंह रूप जी ने मान्यवर कांशीराम साहेब जी के द्वारा समाज के लिए किए गए त्याग पर आधारित रचना सुनाई। मोहन लाल सोनल”मनहंस” जी द्वारा कांशीराम का त्याग नामक रचना सुनाई गई।

 

काव्य पाठ करने वाले अन्य मुख्य कवियों में रूप सिंह रूप जी, जी, इंदु रवि जी, पुनेश समदर्शी जी, सिद्धार्थ प्रकाश जी,ऋषि प्रभाकर ,जलेश्वरी गेंदले जी,नरेश नालिया जी प्रमुख रहे। कवि सम्मेलन का समापन मुख्य अतिथि डा सुरेश उजाला जी के काव्य पाठ व सम्यक संस्कृति साहित्य संघ की महासचिव प्रीति बौद्ध जी द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुई।


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