घाव | ऑनलाइन बुलेटिन
©नीरज सिंह कर्दम
परिचय– बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश.
अंधे प्रेम में मिले
चोट के वो निशान
मिट जाएंगे कुछ वक्त के बाद
पर जो घाव मिला है
सीने में अंधे प्रेम का
वो अनवरत दौड़ता रहेगा रगो में
उम्र भर अमरत्व का लहू बनकर ।
पुराने घावों से भी ज्यादा
तकलीफ़ देती है
चंद दिनों में मिली ये
प्रेम की यादें ।