मां तुम्हारी याद आती है | Newsforum
©डॉ. संतराम आर्य, वरिष्ठ साहित्यकार, नई दिल्ली
परिचय : जन्म 14 फरवरी, 1938, रोहतक।
न जाने क्यों इस उम्र में भी
तुम्हारी याद आती है
कभी खयालों में
कभी ख्वाबों में
बहुत सताती है
तब मैं, तुलना
करने लगता हूं
तुम्हारे द्वारा दिए गए
ममत्व और
पत्नी द्वारा दिए गए
आनन्द की
सुख दोनों में मिलता था,
अंतरमन दोनों में खिलता था
मगर, मां के सुख की
अनुभूति आज भी है
नहीं जान पाया पत्नी
द्वारा मिला आनंद
क्या कालांतर में
मां सा सुख बन जाएगा …