सौंधी-सौंधी खुशबू से | ऑनलाइन बुलेटिन
©सरस्वती राजेश साहू
परिचय– बिलासपुर, छत्तीसगढ़
बादल भी बरस पड़े
पक्षी भी चहक उठे
खुशियों से खुशियां बढ़ी
सौंधी-सौंधी खुशबू से…
गाँव की गलियों को देखो
फूलों की कलियों को देखो
सुंदर खिली, अच्छी बढ़ी
सौंधी-सौंधी खुशबू से…
नई-नई योजनाएं
गांँवों में लागू हुई
गरीबों की किस्मत
फिर जागने को हुई
सौंधी-सौंधी खुशबू से…
मेहनत भी रंग लाई
जब विकास का अवसर आया
गाँव-गाँव में खुशियां छाई
जब लोगों ने रोजगार पाया
सौंधी-सौंधी खुशबू से…
इस खुशबू की महक जो फैली
निकली युवाओं की रैली
भरी सबने मेहनत से थैली
बदल गई जीवन की शैली
सौंधी-सौंधी खुशबू से…
इस विकास की सौंधी खुशबू
छाने लगी चहुँ ओर
विकास की हर योजनाओं का
होने लगा है शोर
सौंधी-सौंधी खुशबू से…
सरकार भी दे रही है
हर लोगों को जोर
इस विकास से निकल रही है
नई किरण की भोर
सौंधी-सौंधी खुशबू से…