गरमी garamee
@सरस्वती राजेश साहू
बिलासपुर (छ. ग.)
हाय रे! हाय छानही नंदागे लेंटर ढलावत हे
अऊ तरी के रहैय्या भम्का म उसनावत हे
गरमी ल देख के कहिथे झन आवय बैसाख
अऊ देवता ल मनावय कहे बने बने राख
जमो रूख रैइ ल काट के बनगे डामर रोड
अऊ बिकास -बिकास कहिके परदूसन होगे लोड
देख तो सीसी रोड बनगे चिखला नंदागे
अऊ चट- चट गोड़ जरय आदमी फंदागे
पहिली रेंगय मनखे बिन पनही के कोस
अऊ आज के अलाल बिधाता ल देवय दोस
बिजली अऊ पंखा बिन रहे नहीं जाय
अऊ हाय रे! हाय गरमी म देह उसनाय
hi re! hi chanhi nandage lenter dhalawat hai
Utari ke rahaiyaya bhamka mein usnawat
Where do you see the heat?
The ashes made of au deity l’manavay
Jamo rukh rail cut will be made asphalt road
Au Bikash
See if CC road will be made Chikhla Nandage
au chut- chut gad jaray man tandage
Kos of the first creeping Mankhe bin Panahi
au today’s alal bidhata l devay dos
Can’t go without electricity and fan
Oh hey! hi hot summer me body usnay