संविधान दिवस | ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन
©आर.पी.आनंद (शिक्षक)
समतावादी भारत में संविधान अमर रहेगा,
जोड़- तोड़ की नीति में हमेशा समर रहेगा ।
नवम्बर माह उनचास में शोभा बना सभा का,
नीति नियामक बाबा का सदा असर रहेगा ।
समता दिवस उल्लास से प्रभुता के सम्मान में ,
सदा जगमग सारे देश में आठों पहर रहेगा।
सबके लिए बराबरी का क़ानून बना है जिसमें,
फिर कविता के आलोक में श्रेष्ठ बहर रहेगा ।
धारा, भाग, अनुसूची में बंटा हुआ विधान है ,
प्रस्तावना के रूप में सबका इक सफर रहेगा।
भारत का कानून बना ज्ञान दिवस हमारा है,
गणतंत्र की धड़कन का सतत बसर रहेगा ।
लोकनीति के नायक भिवा के अथक श्रम से ,
साल दो माह ग्यारह दिन अट्ठारह अजर रहेगा ।
नव अम्बर हो 26 को,’आनंद’, मंगल देश में ,
संविधान दिवस त्योहारों में सबसे प्रखर रहेगा ।