अस्तित्व | ऑनलाइन बुलेटिन
©जलेश्वरी गेंदले, शिक्षिका
परिचय- मुंगेली, छत्तीसगढ़.
क्यों ?
कब तक
तलाश करूं
कहां रखा है ?
कहां मिलेगा?
मिट गई मै
जन्म से लेकर
जीवन के
हर पड़ाव में ,
सिर्फ मिटना ही जाना मैंने
बस यही आस में
मै भी हूं कहीं
जो बनाएगा एक नया पहचान
जो देगा मुझे सम्मान
थक गई , हार गई
पूरा जीवन
न मिला मुझे
मेरा स्थान
न रखा है सुरक्षित
मेरा मान
पर हारना सीखा
नहीं , तलाश जारी है
मजबूत इरादा है,
बना ही लूंगी मै अपना
“”अस्तित्व “””
कवियित्री पूनम सुलाने-सिंगल राष्ट्र गौरव अवार्ड 2022 से सम्मानित | ऑनलाइन बुलेटिन