अक्षर से सिंचित शब्द | ऑनलाइन बुलेटिन
©राजेश श्रीवास्तव राज
परिचय– गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश.
शिव शंभू के डमरू से निकला,
सबसे पहले अक्षर अक्षर नाद।
मां शारदे के वीणां से निकला,
सप्तम स्वर का शुभ निर्माण।
कान्हा ने मुरली अधर बजाया,
सकल विश्व ने सुना यह तान।
अक्षर से शब्दों को सिंचित कर,
ॠषियों ने महा काव्य रचाया।
वेद व्यास, वाल्मीकि, वात्सायन,
आदि ने धरा को ज्ञान सिखाया।