अधूरे ख़्वाब …
©पद्म मुख पंडा
परिचय- रायगढ़, छत्तीसगढ़
जबसे होश संभाला, मैंने, खुद को अकेला पाया
एकाकी, जीवन से, मेरा मन, बहुत घबराया!
संगी साथी, थे अनेक, पर, खुद पर ही ,अनुरक्त
कर न सका, किसी के आगे, पीड़ा को अभिव्यक्त!
जीना है, कैसे जीवन में, क्या करना है कार्य?
क्या अपनाएं, किसको त्यागें ,क्या है , अपरिहार्य?
जैसे तैसे, करी पढ़ाई, स्नातक डिग्री पाई,
और, नौकरी के चक्कर में, बहुत ठोकरें खाई!
सोचा था, शिक्षक बनकर, विद्या का दान करूंगा,
छात्र सभी, स्वस्थ रहें, ज्ञानी हों, ध्यान रखूंगा,
पर, मुझको, यह अवसर, कभी न मिल पाया जीवन में
रहे अधूरे ख़्वाब मेरे, यह टीस, रही है, मन में!
🔥 सोशल मीडिया
फेसबुक पेज में जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://www.facebook.com/onlinebulletindotin
व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/Cj1zs5ocireHsUffFGTSld
ONLINE bulletin dot in में प्रतिदिन सरकारी नौकरी, सरकारी योजनाएं, परीक्षा पाठ्यक्रम, समय सारिणी, परीक्षा परिणाम, सम-सामयिक विषयों और कई अन्य के लिए onlinebulletin.in का अनुसरण करते रहें.
🔥 अगर आपका कोई भाई, दोस्त या रिलेटिव ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन में प्रकाशित किए जाने वाले सरकारी भर्तियों के लिए एलिजिबल है तो उन तक onlinebulletin.in को जरूर पहुंचाएं।