यादव…
©रामकेश एम यादव (रॉयल्टी प्राप्त कवि व लेखक)
परिचय- मुंबई, महाराष्ट्र.
यादव जहाँ जाएगा,अंधेरा मिटाएगा,
है कृष्ण का वंशज गिरते को उठाएगा।
सरहद को तोड़कर घुसना कोई चाहे,
उसको बिना कफ़न के वहीं दफनाएगा। (Yadav)
तहजीबों का घूँघट वो सरकने न देगा,
इज्जत का आँचल निज हाथ से बढ़ाएगा।
दुनिया की दुर्गति वो देख नहीं सकता,
जलाकर मशाल, इंक़लाब जगायेगा।(Yadav)
कुदरत ने बख्शी है जो भी उसे ताकत,
एक समान अधिकार सबको दिलाएगा।
लड़ते -लड़ते भले उसकी उम्र बीत जाए,
रहेगा एक कतरा, समंदर बन जाएगा।(Yadav)
जुल्म का पंजा आता है उसे तोड़ना,
निचोड़कर पहाड़ नदी को निकालेगा।
कितने रोज उगलते हैं जहर उसके खिलाफ,
हटाकर उसका काँटा, आँखें बिछाएगा।(Yadav)
पहाड़ों के उठाए भी वो उठ नहीं सकता,
चाहा कोई दिल से वो ख्वाब बन जाएगा।
जानना कोई चाहे तो करीब से उसे देखे,
पढ़ेगा वो चेहरा तो किताब बन जाएगा।(Yadav)
लकीर का फ़क़ीर तो वो बनता ही नहीं,
हर किसी मुश्किल का तोड़ निकालेगा।
शेरों का दाँत आता है उसको गिनना,
झूठ बोलनेवालों को आईना दिखाएगा।(Yadav)
होती है लोगों को हैरत वो फरिश्ता तो नहीं,
मैदां में गर आसमां आए उसे फाड़ डालेगा।
तोड़ेगा समाज के ढांचे में पलती कुरीतियों को,
अपने फौलादी सीने से नया समाज बनाएगा।(Yadav)
वो मरता है अपने नाम और अजमत के लिए,
खौफजदा चेहरों से सन्नाटा मिटाएगा।
अंदर से है वो वफादार और दिलदार भी,
तलवार है क्या चीज, तोप से लड़ जाएगा।(Yadav)
🔥 सोशल मीडिया
फेसबुक पेज में जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://www.facebook.com/onlinebulletindotin
व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/Cj1zs5ocireHsUffFGTSld
ONLINE bulletin dot in में प्रतिदिन सरकारी नौकरी, सरकारी योजनाएं, परीक्षा पाठ्यक्रम, समय सारिणी, परीक्षा परिणाम, सम-सामयिक विषयों और कई अन्य के लिए onlinebulletin.in का अनुसरण करते रहें.
🔥 अगर आपका कोई भाई, दोस्त या रिलेटिव ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन में प्रसारित किए जाने वाले सरकारी भर्तियों के लिए एलिजिबल है तो उन तक onlinebulletin.in को जरूर पहुंचाएं।