नए भारत की तस्वीर | ऑनलाइन बुलेटिन
©नीरज सिंह कर्दम
परिचय– बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश.
धर्म का ऐसा धंधा चल रहा है बाजार से
लोगों को भटकाया जा रहा महंगाई और रोजगार से,
कहीं खून बहाया जा रहा है जाति के नाम पर
कहीं सड़कें लाल हो रही हिंदू मुस्लिम के नाम पर ।
खुले आम धमकी दी जा रही बलात्कार करने की
प्रशासन आंखो पर पट्टी बांध कर सो रहा है,
देख “मेरा भारत महान” की तस्वीर, क्या हो रहा है
हर तरफ अन्याय बढ़ा, देख संविधान रो रहा है ।
नेताओं ने यहां हर तरफ भेदभाव की ऐसी आग लगाई है
भड़काऊ भाषण दे देकर हर दिल में नफरत उपजाई है,
मीडिया ने आग में घी डालकर बखूबी साथ निभाया है
देश के हर कौने में नफरत की आग को पहुंचाया है।
शासन के रूप में दुशासन वस्त्रहरण कर रहा है
“मेरा भारत महान” देख तेरा संविधान मर रहा है,
पाखंडियों के हाथों में जब से सत्ता आई है
हर तरफ हाहाकार मचा है, तबाही छाई हुई है।
प्रशासन भी जाति धर्म देखकर अपराधी पकड़ता है
बिना नतीजे पर पहुंचे ही घर पर बुल्डोजर चढ़ा देता है,
जो बंदूक तलवारें लहराकर दहशत फैलाते हैं
उन्हें देशभक्ति का चोला पहनाकर सम्मानित करते हैं ।
धर्म और जाति की आग में जलाया जा रहा है देश को
मंदिर मस्जिद के नाम पर लड़ाया जा रहा है इंसान को,
लाशों की ढेर पर बैठकर सत्ता उनकी चलती है
मानवता भी अब शर्मसार हुई देख इस तस्वीर को ।
हर मुद्दे, हर वादे दफन हो गए धर्म जाति की आड़ में
शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार दम तोड़ रहे नफरत की लड़ाई में,
महंगाई भ्रष्टाचार आसमान छू रहे हैं तेज रफ्तार में
देश निरंतर बढ़ रहा है बर्बादी की चढ़ाई पर ।
नफरत ऐसी पैदा की है, रिश्ते सब झुलस रहे हैं
आग चारों तरफ़ लगाई है, घर सब जल रहे हैं,
तलवारें और बंदूकें लहरा हवा में, भय हर तरफ है
मानवता भी तड़प उठी देख नए भारत की तस्वीर को ।