कान्हा बरसाना आ जाइयो…
©आरवी टीना
कान्हा इब तो बरसाना आ जइयो
तोहे देखन को अंखियां तरस रई
इब तो नैन मिला जइयो
तोहे खातिर माखन भरियो मटको है।
गोपी ग्वालन को संग,
इब तो आकर मेरो हाथों से माखन खा जाइयो।
तोरे खातिर हम आज राधा सा श्रृंगार किए,
अधरो पर मुरली की तान बजाए है।
इब तो आकर खुद से जोड़ जइयो।
पैजनी बांधे है कान्ह, तेरो नाम की
अंखियन में काजल सजाये हैं। तुम्हरी नजर उतारन की
हम तो हाथ में माला लिए है, कान्हा तोरे नाम की।
तुम्हरे संग प्रीत में ऐसी लगन लागी।
हम नंगे पांव ही आज तोहसे मिलने को वृंदावन भागे है।
कान्हा इब तो बरसाना आ जाइयो
तोहे देखन को अंखियां तरस रई
इब तो नैन मिला जइयो।।
🔥 सोशल मीडिया
फेसबुक पेज में जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://www.facebook.com/onlinebulletindotin
व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
https://chat.whatsapp.com/Cj1zs5ocireHsUffFGTSld
ONLINE bulletin dot in में प्रतिदिन सरकारी नौकरी, सरकारी योजनाएं, परीक्षा पाठ्यक्रम, समय सारिणी, परीक्षा परिणाम, सम-सामयिक विषयों और कई अन्य के लिए onlinebulletin.in का अनुसरण करते रहें.
🔥 अगर आपका कोई भाई, दोस्त या रिलेटिव ऑनलाइन बुलेटिन डॉट इन में प्रकाशित किए जाने वाले सरकारी भर्तियों के लिए एलिजिबल है तो उन तक onlinebulletin.in को जरूर पहुंचाएं।
ये खबर भी पढ़ें: