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का करतहव …

©राजेश कुमार मधुकर (शिक्षक), कोरबा, छत्तीसगढ़


 

मैहर आज सबके फैशन देख

सबो झीन के उतारा सिखतहव

कोन जनि मैं का करतहव

 

दाई ददा का सपना देखे हे

ओला का मैं पुरा करतहव

कोन जनि मैं का करतहव

 

पहली कतका पढ़इया रहेव

पढ़ाई लिखाई छोड़ डरेहव

कोन जनि मैं का करतहव

 

जिसनहा जम्मे चुंदी कटावत हे

जरी के जात ले महुँ कटावतहव

कोन जनि मैं का करतहव

 

जम्मों झीन के मोबाईल देखके

महँगी महँगी मोबाईल धरतहव

कोन जनि मैं का करतहव

 

सब संगी के खेलाइ ल देखके

संग म दिनभर महुँ खेलतहव

कोन जनि मैं का करतहव

 

देखके सबो झीन के पेंट कुर्था

एकदम अब चुस्त पहिनतहव

कोन जनि मैं का करतहव

 

पैसा धरे बिन निकलत नईहव

कमाए के रददा खोजत नईहव

कोन जनि मैं का करतहव

 

खाये बर साग इतरावत हव

बनाये ल भले नई जानत हव

कोन जनि मैं का करतहव

 

बिहनहा दस बजे उठत हव

रतिहा एक बजे सुतत हव

कोन जनि मैं का करतहव …


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