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सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार | ऑनलाइन बुलेटिन

भारत के पहले उपराष्ट्रपति और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाती है। भारत को एक राष्ट्र बनाने में सरदार वल्लभ भाई पटेल की एक खास भूमिका है. सरदार वल्लभभाई पटेल के विचार अपनाकर आज भी लाखों युवक अपना जीवन सफल बना सकते हैं।

 

इसलिए, आइये देखते हैं सरदार वल्लभ भाई पटेल के अनमोल विचार….

 

1):- हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, जाति-पंथ के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए

 

विदेशी सत्ता से आजाद होकर भी हमारा देश आज भी ऊंच-नीच, अमीरी-गरीबी, जाति-पंथ के भेदभाव से मुक्त नहीं हो पाया है। शिक्षा, रोजगार और अच्छा आरोग्य यह मूलभूत ज़रूरत है फिर भी आज समाज में सभी को समान अधिकार प्राप्त नहीं है इसकी अनेकों वजह में से एक वजह यह भी है कि, आज भी पूरी तरह देश अपने मन से भेदभाव को समाप्त नहीं कर पाया है।

 

देश के विकास में अपनी अपनी जाति को लेकर आपस में लड़ाई सबसे बड़ी रुकावट आज भी है। सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों के अनुसार उनके जयंती के अवसर पर हम सबको सभी प्रकार के भेदभावों को मिटाकर देश के विकास में अपना योगदान देने की शपथ लेनी होंगी।

 

 2):- शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है. विश्वास और शक्ति, दोनों किसी महान कार्य करने के लिए आवश्यक है

 

किसी भी देश को अपना विकास करने के लिए एक महान शक्ति की आवश्यकता होती है,क्योंकि शक्ति के बिना किसी भी लड़ाई को जीतने का विश्वास रखना व्यर्थ होता है। देश की सबसे महान शक्ति का स्त्रोत अगर देखा जाए तो हमारी युवा शक्ति है।

 

अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक होकर जिस दिन देश का हर एक युवा सही मार्ग से देश के विकास के लिए सच्चे मन से कोशिश करने लग जाए तो,देश के प्रगति के सभी मार्ग अपने आप सही हो जाएंगे।

 

इसलिए, सरदार वल्लभ भाई पटेल के महान विचारों के अनुसार आज सभी को विश्वास और शक्ति के महत्व को जानकर अपने जीवन में उन्हें उतारना होगा।

 

3):- आपको अपना अपमान सहने की कला आनी चाहिए

 

किसी भी कार्य को सफल बनाने के लिए सहनशीलता का होना बहुत आवश्यक है, सफलता के मार्ग पर चलते हुए सभी के सामने अपमान करने वाले लोग जीवन में सामने से चलकर आते हैं, उस समय अपने आप को सहनशील बनाकर शांत रहने की कला जिसे आ जाती है जीवन में उसे कोई भी दुःखी नहीं कर सकता।

 

इसलिए सरदार वल्लभ भाई पटेल के महान विचार के अनुसार हम सभी को अपना अपमान सहने की कला अपने आप के भीतर विकसित कर अपने कार्य के प्रति बिना विचलित हुए दृढ़ता को धारण कर लेना चाहिए।

 

4):- अविश्वास भय का प्रमुख कारण होता है

 

जिसे अपने आप पर विश्वास होता है वह हर एक विपरीत परिस्थिति में भी अपने संकल्पों के प्रति दृढ़ होता है, और जहां विश्वास की कमी आ जाती है वहां

 

भय का आना निश्चित होता है इसलिए सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों के अनुसार अपने जीवन में अपने आप के प्रति कभी भी अविश्वास को जगह ना बनाने दे।

 

5):- सेवा करने वाले मनुष्य को विनम्रता सीखनी चाहिए, वर्दी पहन कर अभिमान नहीं,विनम्रता आनी चाहिए

 

देश के विकास में सच्चे दिल से सेवा करने वाले सैनिकों का महत्व सबसे पहले आता है, सैनिक वह होता है जो सीमा पर जाकर बिना डरे शत्रुओं का सामना पूरे विश्वास और शक्ति से करता है ठीक उसी तरह हमारे देश के हमारे देश के सभी डॉक्टर, इंजीनियर, पुलिस कर्मचारी, सफाई कामगार, किसान, मजदूर, दुकानदार, यहां तक कि हर एक छोटी बड़ी सेवा देने वाला हर व्यक्ति एक जो जीवन में आए अनेक समस्याओं का सामना करके विश्वास और शक्ति से सब की सेवा करता है वह हर एक सिपाही है। यह सोचकर हर किसी को अपनी वर्दी को पहनकर अभिमान नहीं बल्कि विनम्रता के गुण को धारण करके पूरी इमानदारी से सेवा का कर्तव्य निभाना चाहिए।

 

सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारों के अनुसार अपने द्वारा किया गया हर एक काम अगर विनम्रता पूर्वक किया जाए तो वह सेवा में परिवर्तित हो जाता है इसलिए सभी को विनम्रता का गुण धारण कर लेना चाहिए।

 

सरदार वल्लभ भाई पटेल के महान विचारों के सागर में से लिए हुए यह प्रेरणादाई विचार हम सभी के लिए दीप के समान है उनको अपनी जीवन में उतार कर हमें देश की प्रगति में अपना योगदान देना होगा।

 

सरदार भाई पटेल के जयंती के अवसर पर उनके विचारों को धारण करना उनका सबसे बड़ा उनका सम्मान है।

 

©पूनम सुलाने-सिंगल

परिचय- श्रीनगर से….

 

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