वीर शहीद जवानों को नमन …

©सरस्वती साहू, (शिक्षिका), बिलासपुर, छत्तीसगढ़
वीर शहीद जवानों को नमन है नमन
मातृभूमि की शान पर जिसने
अपनी प्राण गँवाई है
शौर्य, वीरता ,साहस का
परिचय जो अपनी कराई है
ऐसे पराक्रमी योद्धा को नमन है नमन
जन नायक बनकर निकले
भारत के वीर कहाये
रण भूमि में जाकर अपनी
बाहुबल दिखलाये
ऐसे महाबली योद्धा को नमन है नमन
अपने वतन की रक्षा को
सर पे बांधे कफन
तेरी अभिलाषा वीर शहीद
खुशहाल रहे चमन
ऐसे वीर शहीदो को नमन है नमन
माँ की आँचल छोड़ के तुने
भारत माँ को बचाया
अपना घर सूना करके
दूजों के घर बसाया
ऐसे वीर सपूत को नमन है नमन
तर्पण किया जीवन के रहते
प्राण जो मातृभूमि पर
दीवानों सा प्रेम किया
अपने भारत को जीवन भर
ऐसे देश प्रेमियों को नमन है नमन
त्याग के घर बार को निकले
भारत को घर बनाने
देश की सेवा निरंतर की
अपनी पहचान बनाने
ऐसे देश सेवियों को नमन है नमन
वर्षा, सर्दी, गर्मी में
तन को अपना झुलसाया
सीमा पर तैनात हमेशा
अपना वतन बचाया
ऐसे तैनात सिपाही को नमन है नमन
कितने गोली सीने पर खाई
मरहम माटी का लगाया
जब तक जान थी तन में बाँकी
तब तक जोश दिखाया
ऐसे जोशीले वीर को नमन है नमन
मातृभूमि के मिट्टी में
लहू बहा तेरा सारा
जीवन के अंतिम क्षण तक
चुन -चुनकर शत्रु को मारा
ऐसे मातृभूमि के प्यारों को नमन है नमन
कदम जो आगे बढ़ते
पीछे न लौट के आते हैं
भारत के विजय पताका को
कंधो पर अपनी उठाते हैं
ऐसे विजयी जनों को नमन है नमन
हे महानायक देश प्रेम से
जुड़ा तेरा अरमान
तिरंगे की शान में
किया अपना बलिदान
ऐसे प्रेमी बलिदानी को नमन है नमन
शहीद जनों की बानी है
अनमोल उनकी कुर्बानी है
स्वतंत्रता है ध्येय हमारा
खोने न अब देंगे हम
छीन अगर दिखलाए कोई
काट के सर, रख देंगे हम
ऐसे देश के कुर्बानों को नमन है नमन
नित पूजा तेरी होगी
शौर्य, वीरता, साहस की
इतिहास में तेरा नाम सजेगा
अदम्य, दृढ, पराक्रम की
ऐसे अदम्य साहसी को नमन है नमन
वीर शहीद जवानों को नमन है नमन…..